Shani Ratna Neelam Ke Gun Evm Dosh : शनि का रत्न नीलम शनि ग्रह के शुभ फलों की प्राप्ति हेतु धारण किया जाता है। नीलम को शनि का रत्न माना गया है।
वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शनि की महादशा या अंतरदशा में शनि के अशुभ प्रभावों को दूर करने के लिए एवं शनि ग्रह के कोप को शांत करने के लिए जानकार ज्योतिषी की सलाह से नीलम धारण करना एक उत्तम उपाय मानते हैं।
नीलम के विभिन्न नाम Shani Ratna Neelam
- हिन्दी में : नीलम, नील मणि
- संस्कृत में : नील, महानील, शनिरत्न, शनि प्रिय, नील रत्न, नीलोपान, शोरि रत्न, इन्द्रनील, तृणाशाही
- अंग्रेजी : ब्लू सैफायर
- फारसी में : याकूत, कबूद
- अरबी में : याकूत-अल-असीर,
- लेटिन में : सेफायरस के नामों से जाना जाता है। Shani Ratna Neelam
भारत में नीलम सवश्रेष्ठ कशमीर से प्राप्त होता है। जिसे मयूर नीलम कहा जाता है। इसके अलावा श्रीलंका, बर्मा, थाईलैंड, ऑस्ट्रेलिया, वेल्स, अमेरिका, रूस में भी नीलम पाया जाता है। परन्तु श्रीलंका से प्राप्त होने वाला नीलम श्रेष्ठ माना जाता है।
नीलम धारण करने के लाभ Shani Ratna Neelam
- नीलम धारण करने से व्यक्ति को रोग, दोष, दुःख-दारिद्रय से मुक्ति मिलती है।
- नीलम धारण करने वाला व्यक्ति धन-धान्य, यश, बल व आयु को प्राप्त करता है।
- नीलम धारण करने से श्वास, खांसी और पित्त से जुड़ी समस्या समाप्त हो जाती है।
- मन एवं आत्मा की प्रसन्नता हेतु नीलम धारण करना आवश्यक है।
- नीलम धारण करने वाला व्यक्ति अनैतिक व पाप कर्म से बचा रहता है।
- प्रेम में सफलता के लिए नीलम को भाग्यवान रत्न माना गया है।
नीलम के विशेष गुण Shani Ratna Neelam
- नीलम को विषैले सांप के साथ रखने से सांप मर जाता है।
- कांच के गिलास में पानी भरकर यदि नीलम को उसमें डाल दिया जाये तो पानी नीले रंग का हो जाता है।
- यदि शुद्ध नीलम को गाय के दूध में डाल दें तो गाय का दूध नीला हो जाता है।
- यदि लम्बे समय तक नीलम को धारण किया जाय तो ऐसा व्यक्ति भविष्य बताने में सक्ष्म हो जाता है। ऐसा माना जाता है। किसी चोट या घाव में रक्त प्रवाह को रोकने के लिए नीलम का उपयोग किया जाता है।
- नीलम को धूप में रखने पर इससे नीले रंग की तेज किरणें निकलती हैं।
- माना जाता है कि यदि दुष्कर्म करने वाला पापी व्यक्ति नीलम धारण कर ले तो नीलम अपना नीला रंग छोड़ देता है अर्थात उसका रंग फीका हो जाता है। Shani Ratna Neelam
- नीलम पहनने से चेहरे की चमक और ऑंखों की रोश्नी बढ़ती है।
- नीलम पहनने के कुछ ही घंटों में उसका प्रभाव पता चल जाता है अर्थात वह शुभ फल देने वाला है या अशुभ फल।
- नीलम पहनने से आपके अंदर एक अदभुत ≈र्जा का संचार होता है। जिससे आपकी कार्यक्षमता बढ़ जाती है। साथ इसके
- शुभ फल से आपको आपकी मेहनत का पूरा लाभ मिलना शुरू हो जाता है।
- नीलम धारण करने वाले व्यक्ति साहसिक व धैर्य से काम लेने वाले होते हैं।
- विशेष: यदि नीलम पहनने के बाद कोई नेत्र संबंधी विकार होने लगे या मुह की आकृति में कोई बदलाव हो इसके अलावा यदि रात में भयानक स्वप्न आयें तो नीलम को तुरंत उतार देना चाहिए।
नीलम में ये दोष हों तो उसे ग्रहण न करें Shani Ratna Neelam
- यदि नीलम का रंग सफेद दूध के समान हो तो ऐसे नीलम को नहीं पहनना चाहिए इससे धन की हानि होती है।
- यदि किसी नीलम में सफेद रंग की रेखा हो तो ऐसा नीलम धारण करने वाले को किसी धारदार अस्त्र से मृत्यु का योग बन जाता है।
- यदि नीलम में छोटे या बढ़े धब्बे हों तो ऐसा नीलम नहीं पहनना चाहिए इससे दुःख हमेशा घेरे रहते हैं।
- जिस नीलम में दो रंग हो वह पहनने वाले की पत्नी को नुकसान पहुंचता है। Shani Ratna Neelam
- यदि नीलम में किसी स्थान पर छोटा या बड़ा गड्ढा हो ऐसा नीलम शत्रु को बलशाली बना कर नुकसान पहुंचाता है।
- जिस नीलम में आड़ी तिरछी रेखाएं हों उसे कभी नहीं पहनना चाहिए ऐसे नीलम को पहनने वाले को सदा धन का अभाव रहता है।
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