Bird Story in Hindi for Kids : सोनी चिड़िया एक पेड़ पर अपने छोटे से घर में रहती थी। उसकी एक प्यारी सी बेटी थी पायल चिड़िया।
एक दिन सोनी चिड़िया जब दाने की तलाश में जा रही थी। तो रास्ते में उसे उसे कुटकुट कबूतर मिला।
कुटकुट कबूतर: अरे सोनी बहन सुबह सुबह कहां जा रही हों
सोनी चिड़िया: नमस्ते कुटकुट भाई मैं दाने की तलाश में जा रही हूं मेरी बेटी पायल सुबह उठते ही खाना मांगती है।
कुटकुट कबूतर: वो तो ठीक है बहन लेकिन तुमने पायल की शादी के बारे में कुछ सोचा है वह अब बड़ी हो गई है उसकी शादी करनी चाहिए तुम्हें।
सोनी चिड़िया: हाँ कुटकुट भाई दिनरात इसी चिन्ता में रहती हूं कि बेटी का विवाह कैसे होगा।
कुटकुट कबूतर: मेरी नजर में एक चिड़िया है उसका बेटा अपनी पायल बेटी के लिए ठीक रहेगा तुम कहो तो मैं बात करूं।
सोनी चिड़िया: वह तो ठीक है लेकिन मैं दहेज कहां से लाउंगी आजकर बिना दहेज के शादी नहीं होती अभी मेरे बराबर वाले पीपल के पेड़ पर रहने वाली मौनी चिड़िया की बेटी की शादी में सुसराल वालों ने पूरा घर मांग लिया। मैं कहां से लाउंगी यह सब।
कुटकुट कबूतर: बहन तुम उसकी चिन्ता मत करो मैं बात कर लूंगा तुम बस शादी के लिए हां कर दो
सोनी चिड़िया: ठीक है जैसा आप ठीक समझे
कुछ दिन बात सोनी चिड़िया अपनी बेटी पायल की शादी कर देती है।
शादी के बाद पायल चिड़िया अपनी सुसराल जाती है। वहां उसकी सास सपना चिड़िया बहुत तेज थी।
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सपना चिड़िया: सुन बहु तुझे पूरे घर की सफाई करनी होगी उसके बाद मेरे लिए दाना लाना होगा मैं तो कहीं जाती नहीं हूं। और हां इधर उधर मत घूमना सीधा दाना लेकर मेरे पास आना।
पायल रोज अपने लिए और अपनी सास के लिए दाना लाती लेकिन उसकी सास हमेशा उसे ताने मारती रहती।
सोनी चिड़िया को अपनी बेटी से मिले बहुत दिन हो गये थे। एक दिन वह अपनी बेटी से मिलने उसके सुसराल पहुंच जाती है।
सोनी चिड़िया: नमस्ते सपना बहन कैसी हो और पायल कहीं नजर नहीं आ रही।
सपना चिड़िया: बाहर घूमने गई होगी तुम्हारी बेटी। किसी काम के लिए भेजो तो पूरा दिन लगा देती है। हमने तुम पर तरस खाकर बिना दहेज के शादी की लेकिन बहु तो अच्छी मिलती। मेरे से उड़ा नहीं जाता वह मेरे लिए दाना लेने गई है अभी तक नहीं आई पता नहीं क्या सिखाया है तुमने अपनी बेटी को।
तभी वहां पायल आ जाती है माँ को देख कर वह रोने लगती है।
सोनी चिड़िया: बेटी तू ठीक है न रो क्यों रही है।
पायल चिड़िया: कुछ नहीं माँ बस तुम्हारी याद आ रही थी।
सोनी चिड़िया: तू तो बहुत कमजोर हो गई है।
सोनी चिड़िया: सपना बहन अगर आप कहें तो मैं पायल को कुछ दिन के लिए अपने घर ले जाउं।
सपना चिड़िया: हाँ हाँ ले जाओ वैसे भी यह यहां कुछ करती नहीं है।
सोनी चिड़िया पायल को लेकर घर आ जाती है।
घर आकर पायल बहुत रोती है।
पायल चिड़िया: माँ वे लोग बहुत खराब हैं मैं सारा दिन दाने इकट्ठा करके लाती हूं और दोंनो मॉं बेटे घर में बैठे रहते हैं सारे दाने खा जाते हैं मैं भूखी रह जाती हूं। कुछ कहूं तो मुझे दोंनो मिल कर मारते हैं। मैं अब कभी वहां नहीं जाउंगी।
यह सुनकर सोनी चिड़िया को बहुत गुस्सा आ जाता है।
वह उसी समय कुटकुट कबूतर के पास जाती है।
कुटकुट कबूतर: अरे सोनी बहन बहुत दिनों बाद आई सब ठीक तो है।
सोनी चिड़िया: कुटकुट भाई आपने कहां फसा दिया मेरी बेटी की किस्मत फूट गई उसके सुसराल वाले उसे मारते पीटते हैं। मैं तो उसे अपने घर ले आई।
कुटकुट कबूतर: ये क्या कह रहीं हो बहन मैं अभी उनकी खबर लेता हूं
कुटकुट कबूतर उनके घर जाता है।
कुटकुट कबूतर: तुम दोंनो माँ बेटे को शर्म नहीं आती खुद घर में पड़े रहते हो और पायल बेटी को मारते पीटते हो मैं आज ही जंगल के राजा से तुम्हारी शिकायत करता हूं।
यह कहकर वह जंगल के राजा मिट्ठू तोते के पास जाता है। उनसे शिकायत करता है। मिट्ठू तोता दोंनो मॉं बेटे को जेल में डाल देता है।
जेल में बैठ कर दोंनो रो रहे होते हैं। तभी पायल मिट्ठू तोते के पास जाती है।
पायल चिड़िया: महाराज मेरे पति और सास को छोड़ दीजिये
मिट्ठू तोता दोंनो को बुलाता है
मिट्ठू तोता: देखों तुम्हारी बहु कितनी अच्छी है तुम इसे मारते थे फिर भी यह तुम्हें बचाने आ गई।
सपना चिड़िया: बहु मुझे माफ कर दे
पायल चिड़िया: नहीं मांजी आप बड़ी हैं मुझसे माफी मत मांगिये।
दोंनो माँ बेटे पायल चिड़िया को घर ले आते हैं और पूरा परिवार खुशी खुशी रहने लगता है।
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